Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_b8b6bd3dd3f22dab94c85f5c9f573c69, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
पता नहीं वो कौन था - बशर नवाज़ कविता - Darsaal

पता नहीं वो कौन था

पता नहीं वो कौन था

जो मेरे हाथ

मूगरे की डाल पँख मोर का थमा के चल दिया

पता नहीं वो कौन था

हवा के झोंके की तरह जो आया और गुज़र गया

नज़र को रंग दिल को निकहतों के दुख से भर गया

मैं कौन हूँ

गुज़रने वाला कौन था

ये फूल पँख क्या हैं क्यूँ मिले

ये सोचते ही सोचते तमाम रंग एक रंग में उतरते गए

......स्याह रंग

तमाम निकहतें इधर उधर बिखर गईं

.........ख़लाओं में

यक़ीन है..... नहीं नहीं गुमान है

वो कोई मेरा दुश्मन-ए-क़दीम था

दिखा के जो सराब मेरी प्यास और बढ़ा गया

मैं बे-हिसाब आरज़ूओं का शिकार

इंतिहा-ए-शौक़ में फ़रेब उस का खा गया

गुमान.... नहीं नहीं यक़ीन है

वो कोई मेरा दोस्त था

जो दो घड़ी के वास्ते ही क्यूँ न हो

नज़र को रंग दिल को निकहतों से भर गया

पता नहीं किधर गया

मैं इस को ढूँढता हुआ

तमाम काएनात में

उधर उधर बिखर गया

(1273) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Pata Nahin Wo Kaun Tha In Hindi By Famous Poet Bashar Nawaz. Pata Nahin Wo Kaun Tha is written by Bashar Nawaz. Complete Poem Pata Nahin Wo Kaun Tha in Hindi by Bashar Nawaz. Download free Pata Nahin Wo Kaun Tha Poem for Youth in PDF. Pata Nahin Wo Kaun Tha is a Poem on Inspiration for young students. Share Pata Nahin Wo Kaun Tha with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.