तेरी तरह मलाल मुझे भी नहीं रहा
तेरी तरह मलाल मुझे भी नहीं रहा
जा अब तिरा ख़याल मुझे भी नहीं रहा
तू ने भी मौसमों की पज़ीराई छोड़ दी
अब शौक़-ए-माह-ओ-साल मुझे भी नहीं रहा
मेरा जवाब क्या था तुझे भी ख़बर नहीं
याद अब तिरा सवाल मुझे भी नहीं रहा
जिस बात का ख़याल न तू ने कभी किया
इस बात का ख़याल मुझे भी नहीं रहा
तोड़ा है तू ने जब से मिरे दिल का आइना
अंदाज़ा-ए-जमाल मुझे भी नहीं रहा
'बाक़ी' में अपने फ़न से बड़ा पुर-ख़ुलूस हूँ
इस वास्ते ज़वाल मुझे भी नहीं रहा
(913) Peoples Rate This