Islamic Poetry of Baqaullah 'Baqa'
नाम | बक़ा उल्लाह 'बक़ा' |
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अंग्रेज़ी नाम | Baqaullah 'Baqa' |
कविताएं
Ghazal 34
Couplets 25
Love 25
Sad 20
Heart Broken 21
Bewafa 1
Hope 12
Friendship 10
Islamic 5
देशभक्तिपूर्ण 1
बारिश 1
ख्वाब 1
Sharab 13
देख आईना जो कहता है कि अल्लाह-रे मैं
अपनी मर्ज़ी तो ये है बंदा-ए-बुत हो रहिए
यकसाँ लगें हैं उन को तो दैर-ओ-हरम बहम
जो तुम और सुब्ह और गुलनार-ए-ख़ंदाँ हो के मिल बैठे
हाँ मियाँ सच है तुम्हारी तो बला ही जाने