Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_a3abe99c51c874bb3299c2ae7da94973, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
कौन भला ये कहता है ख़ुद आ के हम को मनाएँ आप - बाक़र मेहदी कविता - Darsaal

कौन भला ये कहता है ख़ुद आ के हम को मनाएँ आप

कौन भला ये कहता है ख़ुद आ के हम को मनाएँ आप

टूटा दिल अब कैसे जुड़ेगा सच्ची क़स्में न खाईं आप

पत्थर सीने पर रख लेंगे जीते-जी जाएँगे

आप को क़ातिल कौन कहेगा क्यूँ नाहक़ घबराएँ आप

राह-ए-वफ़ा पर चलते चलते अपनी अज़्मत भूल गए थे

छोड़ी हम ने रस्म-ए-परस्तिश अब न करम फ़रमाएँ आप

सेहर किया ए'जाज़ किया है दर्द का शो'ला बर्फ़ बना है

तर्क-ए-मोहब्बत हम को मुबारक क्यूँ नाहक़ पछताएँ आप

जोश-ए-जुनूँ का दौर नहीं है दिल के सुकूँ का दौर नहीं है

ग़म है नया कैसे कम होगा आएँ आप न आएँ आप

तिश्ना-लबी कुछ और बढ़ी है मय-ख़्वारी की धूम मची है

आख़िर हम से रिंद-ए-बला-कश कैसे प्यास बुझाएँ आप

(869) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Kaun Bhala Ye Kahta Hai KHud Aa Ke Hum Ko Manaen Aap In Hindi By Famous Poet Baqar Mehdi. Kaun Bhala Ye Kahta Hai KHud Aa Ke Hum Ko Manaen Aap is written by Baqar Mehdi. Complete Poem Kaun Bhala Ye Kahta Hai KHud Aa Ke Hum Ko Manaen Aap in Hindi by Baqar Mehdi. Download free Kaun Bhala Ye Kahta Hai KHud Aa Ke Hum Ko Manaen Aap Poem for Youth in PDF. Kaun Bhala Ye Kahta Hai KHud Aa Ke Hum Ko Manaen Aap is a Poem on Inspiration for young students. Share Kaun Bhala Ye Kahta Hai KHud Aa Ke Hum Ko Manaen Aap with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.