Khawab Poetry of Bakul Dev

Khawab Poetry of Bakul Dev
नामबकुल देव
अंग्रेज़ी नामBakul Dev
जन्म की तारीख1980
जन्म स्थानPilani, Rajasthan

ख़्वाब नद्दी सा गुज़र जाएगा

अब के ताबीर मसअला न रहे

समाअ'त के लिए इक इम्तिहाँ है

कौन कहता है ठहर जाना है

जो है चश्मा उसे सराब करो

हमें देखा न कर उड़ती नज़र से

गो ज़रा तेज़ शुआएँ थीं ज़रा मंद थे हम

चाल अपनी अदा से चलते हैं

बारिशों में अब के याद आए बहुत

बार-ए-दीगर ये फ़लसफ़े देखूँ

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