Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_057ba2f3c192dc13acef06f050375d7b, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
वाँ रसाई नहीं तो फिर क्या है - ज़फ़र कविता - Darsaal

वाँ रसाई नहीं तो फिर क्या है

वाँ रसाई नहीं तो फिर क्या है

ये जुदाई नहीं तो फिर क्या है

हो मुलाक़ात तो सफ़ाई से

और सफ़ाई नहीं तो फिर क्या है

दिलरुबा को है दिलरुबाई शर्त

दिलरुबाई नहीं तो फिर क्या है

गिला होता है आश्नाई में

आश्नाई नहीं तो फिर क्या है

अल्लाह अल्लाह रे उन बुतों का ग़ुरूर

ये ख़ुदाई नहीं तो फिर क्या है

मौत आई तो टल नहीं सकती

और आई नहीं तो फिर क्या है

मगस-ए-क़ाब अग़निया होना है

बे-हयाई नहीं तो फिर क्या है

बोसा-ए-लब दिल-ए-शिकस्ता को

मोम्याई नहीं तो फिर क्या है

नहीं रोने में गर 'ज़फ़र' तासीर

जग-हँसाई नहीं तो फिर क्या है

(1075) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Wan Rasai Nahin To Phir Kya Hai In Hindi By Famous Poet Bahadur Shah Zafar. Wan Rasai Nahin To Phir Kya Hai is written by Bahadur Shah Zafar. Complete Poem Wan Rasai Nahin To Phir Kya Hai in Hindi by Bahadur Shah Zafar. Download free Wan Rasai Nahin To Phir Kya Hai Poem for Youth in PDF. Wan Rasai Nahin To Phir Kya Hai is a Poem on Inspiration for young students. Share Wan Rasai Nahin To Phir Kya Hai with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.