Hope Poetry of B S Jain Jauhar
नाम | बीएस जैन जौहर |
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अंग्रेज़ी नाम | B S Jain Jauhar |
वही जिंस-ए-वफ़ा आख़िर फ़राहम होती जाती है
नग़्मे तड़प रहे हैं दिल-ए-बे-क़रार में
जाने फिर तुम से मुलाक़ात कभी हो कि न हो
जाने फिर तुम से मुलाक़ात कभी हो कि न हो
इक हूक सी जब दिल में उट्ठी जज़्बात हमारे आ पहुँचे