Hope Poetry of Azra Waheed
नाम | अज़रा वहीद |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Azra Waheed |
पर सऊबत रास्तों की गर्मियाँ भी दे गया
मसअले ज़ेर-ए-नज़र कितने थे
जलती बुझती हुई आँखों में सितारे लिक्खे
हवा के लब पे नए इंतिसाब से कुछ हैं
ग़ुबार-ए-जाँ पस-ए-दीवार-ओ-दर समेटा है
फ़ज़ा का रंग निखरता दिखाई देता है