Khawab Poetry of Azm Shakri
नाम | अज़्म शाकरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Azm Shakri |
कविताएं
Ghazal 13
Couplets 12
Love 11
Sad 13
Heart Broken 15
Bewafa 2
Hope 4
Friendship 1
Islamic 1
Sufi 3
ख्वाब 5
Sharab 1
सारी रात के बिखरे हुए शीराज़े पर रक्खी हैं
शब की आग़ोश में महताब उतारा उस ने
ये मत कहो कि भीड़ में तन्हा खड़ा हूँ मैं
तीरगी में सुब्ह की तनवीर बन जाएँगे हम
शब की आग़ोश में महताब उतारा उस ने