Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_ba756e4616094a0ffecc685df0c56464, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
खुलता नहीं कि हम में ख़िज़ाँ-दीदा कौन है - अज़्म बहज़ाद कविता - Darsaal

खुलता नहीं कि हम में ख़िज़ाँ-दीदा कौन है

खुलता नहीं कि हम में ख़िज़ाँ-दीदा कौन है

आसूदगी के बाब में रंजीदा कौन है

आमादगी को वस्ल से मशरूत मत समझ

ये देख इस सवाल पे संजीदा कौन है

देखूँ जो आईना तो ग़ुनूदा दिखाई दूँ

मैं ख़्वाब में नहीं तो ये ख़्वाबीदा कौन है

अम्बोह-ए-अहल-ए-ज़ख़्म तो कब का गुज़र चुका

अब रहगुज़र पे ख़ाक में ग़ल्तीदा कौन है

ऐ कर्ब-ए-ना-रसाई कभी ये तो ग़ौर कर

मेरे सिवा यहाँ तिरा गिरवीदा कौन है

हर शख़्स दूसरे की मलामत का है शिकार

आख़िर यहाँ किसी का पसंदीदा कौन है

तो अज़्म-ए-तर्क-ए-इश्क़ पे क़ाएम तो है मगर

तुझ में ये चंद रोज़ से लर्ज़ीदा कौन है

(971) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Khulta Nahin Ki Hum Mein KHizan-dida Kaun Hai In Hindi By Famous Poet Azm Bahzad. Khulta Nahin Ki Hum Mein KHizan-dida Kaun Hai is written by Azm Bahzad. Complete Poem Khulta Nahin Ki Hum Mein KHizan-dida Kaun Hai in Hindi by Azm Bahzad. Download free Khulta Nahin Ki Hum Mein KHizan-dida Kaun Hai Poem for Youth in PDF. Khulta Nahin Ki Hum Mein KHizan-dida Kaun Hai is a Poem on Inspiration for young students. Share Khulta Nahin Ki Hum Mein KHizan-dida Kaun Hai with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.