Love Poetry of Azlan Shah
नाम | अज़लान शाह |
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अंग्रेज़ी नाम | Azlan Shah |
ये ख़ज़ाने का कोई साँप बना होता है
तुम मोहब्बत का उसे नाम भी दे लो लेकिन
तू आ गया है तो अब याद भी नहीं मुझ को
चुपके से गुज़रते हैं ख़बर भी नहीं होती
ज़रा सी देर में कश्कोल भरने वाला था
ये ख़ज़ाने का कोई साँप बना होता है
समझ के रस्ता इधर से गुज़रने वालों ने
पीरी नहीं चलती कि फ़क़ीरी नहीं चलती
माँगना ख़्वाहिश-ए-दीदार से आगे क्या है
किसी के नाम पे नन्हे दिए जलाते हुए
हारे हुए लोगों की कहानी की तरह हैं
दूसरा रुख़ नहीं जिस का उसी तस्वीर का है
दुनिया के लिए ज़हर न खालें कोई हम भी