Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_d814040fe41917c2a07867a931d1ac1c, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
वालिहाना मिरे दिल में मिरी जाँ में आ जा - अज़ीज़ क़ैसी कविता - Darsaal

वालिहाना मिरे दिल में मिरी जाँ में आ जा

वालिहाना मिरे दिल में मिरी जाँ में आ जा

मेरे ईमाँ में मिरे वहम-ओ-गुमाँ में आ जा

मूँद इन आँखों को साहब नज़राँ में आ जा

हद्द-ए-नज़्ज़ारगी-ए-कौन-ओ-मकाँ में आ जा

आयत-ए-रहमत-ए-यज़्दाँ की तरह दिल में उतर

एक इक लफ़्ज़ में एक एक बयाँ में आ जा

तुझे सीने से लगा लूँ तुझे दिल में रख लूँ

दर्द की छाँव में ज़ख़्मों की अमाँ में आ जा

कुछ तो ईमा-ए-करम हो निगहा-ए-ज़ख़्म-नवाज़

अब के अबरू-ए-कशीदा की कमाँ में आ जा

रौनक़-ए-जाँ न सही सूरत-ए-आसेब सही

मेरे उजड़े हुए तारीक मकाँ में आ जा

है तमन्ना-ए-सुकूँ दिल को तो 'क़ैसी' की तरह

हल्क़ा-ए-दर्द-ए-मोहब्बत-ज़दगाँ में आ जा

(1077) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Walihana Mere Dil Mein Meri Jaan Mein Aa Ja In Hindi By Famous Poet Aziz Qaisi. Walihana Mere Dil Mein Meri Jaan Mein Aa Ja is written by Aziz Qaisi. Complete Poem Walihana Mere Dil Mein Meri Jaan Mein Aa Ja in Hindi by Aziz Qaisi. Download free Walihana Mere Dil Mein Meri Jaan Mein Aa Ja Poem for Youth in PDF. Walihana Mere Dil Mein Meri Jaan Mein Aa Ja is a Poem on Inspiration for young students. Share Walihana Mere Dil Mein Meri Jaan Mein Aa Ja with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.