किसी से ज़ेहन जो मिलता तो गुफ़्तुगू करते
किसी से ज़ेहन जो मिलता तो गुफ़्तुगू करते
हुजूम-ए-शहर में तन्हा थे हम, भटक रहे थे
(1030) Peoples Rate This
किसी से ज़ेहन जो मिलता तो गुफ़्तुगू करते
हुजूम-ए-शहर में तन्हा थे हम, भटक रहे थे
(1030) Peoples Rate This