मिरी दुनिया अकेली हो रही है

मिरी दुनिया अकेली हो रही है

तमन्ना घर में तन्हा सो रही है

सदाएँ घुट गईं सीने के अंदर

ख़मोशी अपनी पत्थर हो रही है

तमन्नाओं के सीने पर रखे सर

उदासी बाल खोले सो रही है

सुना है अपना चेहरा ज़िंदगानी

मुसलसल आँसुओं से धो रही है

यहाँ से और वहाँ तक ना-उमीदी

हमारे दिल का उनवाँ हो रही है

(821) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Meri Duniya Akeli Ho Rahi Hai In Hindi By Famous Poet Azhar Naiyyar. Meri Duniya Akeli Ho Rahi Hai is written by Azhar Naiyyar. Complete Poem Meri Duniya Akeli Ho Rahi Hai in Hindi by Azhar Naiyyar. Download free Meri Duniya Akeli Ho Rahi Hai Poem for Youth in PDF. Meri Duniya Akeli Ho Rahi Hai is a Poem on Inspiration for young students. Share Meri Duniya Akeli Ho Rahi Hai with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.