Ghazals of Azeem Qureshi
नाम | अज़ीम कुरेशी |
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अंग्रेज़ी नाम | Azeem Qureshi |
ये फूल जो मिट्टी के हयूलों से अटा है
वो शोख़ दिल-ओ-जाँ की तमन्ना तो न निकला
सुरूर-ए-इश्क़ की मस्ती कहाँ है सब के लिए
सहरा का कोई फूल मोअ'त्तर तो नहीं था
रंग कहाँ है साया सा है
रम-ए-जावेदाना ग़ज़ल ही तो है
कर्ब-ए-हिज्राँ ज़ि-बस है क्या कीजे
इश्क़ अपना अजब तमाशा है
बीच दिलों में उतरा तो है