Love Poetry of Athar Nasik
नाम | अतहर नासिक |
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अंग्रेज़ी नाम | Athar Nasik |
कविताएं
Ghazal 13
Couplets 8
Love 7
Sad 8
Heart Broken 12
Hope 3
Friendship 3
Islamic 2
Social 1
बारिश 1
ख्वाब 5
यहीं कहीं पे अदू ने पड़ाव डाला था
यही जो तेरे मिरे दिल की राजधानी थी
पहुँचा दिया उमीद को तूफ़ान-ए-यास तक
मैं तुझे भूलना चाहूँ भी तो ना-मुम्किन है
ख़ुद को किसी की राह-गुज़र किस लिए करें
ख़ुद को किसी की राहगुज़र किस लिए करें
चुप-चाप हब्स-ए-वक़्त के पिंजरे में मर गया