अतीक़ुर्रहमान सफ़ी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का अतीक़ुर्रहमान सफ़ी
नाम | अतीक़ुर्रहमान सफ़ी |
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अंग्रेज़ी नाम | Ateequrrahman Safi |
फिर सदा-ए-मोहब्बत सुनी है अभी
मिरी मुश्किल अगर आसाँ बना देते तो अच्छा था
कोई नहीं हमारा पुर्सान-ए-हाल अब के
जीवन-भर की आस है तू
जिस को चाहा था कब मिला मुझ को
अन-गिनत अज़ाब हैं रतजगों के दरमियाँ