Love Poetry of Ata Ul Haq Qasmi
नाम | अताउल हक़ क़ासमी |
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अंग्रेज़ी नाम | Ata Ul Haq Qasmi |
जन्म की तारीख | 1943 |
जन्म स्थान | Lahore |
गुम हुआ जाता है कोई मंज़िलों की गर्द में
वो सुकून-ए-जिस्म-ओ-जाँ गिर्दाब-ए-जाँ होने को है
वो गर्द है कि वक़्त से ओझल तो मैं भी हूँ
वो एक शख़्स कि मंज़िल भी रास्ता भी है
वह एक शख़्स कि मंज़िल भी रास्ता भी है
थोड़ी सी उस तरफ़ भी नज़र होनी चाहिए
थोड़ी सी इस तरफ़ भी नज़र होनी चाहिए
मंज़िलें भी ये शिकस्ता-बाल-ओ पर भी देखना