Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_674d0a9b1558fb7629c2094b36caa4a3, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
इलाहाबाद से - असरार-उल-हक़ मजाज़ कविता - Darsaal

इलाहाबाद से

इलाहाबाद में हर-सू हैं चर्चे

कि दिल्ली का शराबी आ गया है

ब-सद आवारगी या सद तबाही

ब-सद ख़ाना-ख़राबी आ गया है

गुलाबी लाओ छलकाओ लुंढाओ

कि शैदा-ए-गुलाबी आ गया है

निगाहों में ख़ुमार-ए-बादा ले कर

निगाहों का शराबी आ गया है

वो सरकश रहज़न-ए-ऐवान-ए-ख़ूबाँ

ब-अज़्म-ए-बारयाबी आ गया है

वो रुस्वा-ए-जहाँ नाकाम-ए-दौराँ

ब-ज़ो'म-ए-कामयाबी आ गया है

बुतान-ए-नाज़-फ़रमा से ये कह दो

कि इक तर्क-ए-शहाबी आ गया है

नवा-संजान-संगम को बता दो

हरीफ़-ए-फ़ारयाबी आ गया है

यहाँ के शहर यारों को ख़बर दो

कि मर्द-ए-इंक़िलाबी आ गया है

(855) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Allahabad Se In Hindi By Famous Poet Asrar-ul-Haq Majaz. Allahabad Se is written by Asrar-ul-Haq Majaz. Complete Poem Allahabad Se in Hindi by Asrar-ul-Haq Majaz. Download free Allahabad Se Poem for Youth in PDF. Allahabad Se is a Poem on Inspiration for young students. Share Allahabad Se with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.