Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_c3d6587a71bd2823892345f00b016b89, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
शौक़ के हाथों ऐ दिल-ए-मुज़्तर क्या होना है क्या होगा - असरार-उल-हक़ मजाज़ कविता - Darsaal

शौक़ के हाथों ऐ दिल-ए-मुज़्तर क्या होना है क्या होगा

शौक़ के हाथों ऐ दिल-ए-मुज़्तर क्या होना है क्या होगा

इश्क़ तो रुस्वा हो ही चुका है हुस्न भी क्या रुस्वा होगा

हुस्न की बज़्म-ए-ख़ास में जा कर इस से ज़ियादा क्या होगा

कोई नया पैमाँ बाँधेंगे कोई नया वादा होगा

चारागरी सर आँखों पर इस चारागरी से क्या होगा

दर्द कि अपनी आप दवा है तुम से क्या अच्छा होगा

वाइज़-ए-सादा-लौह से कह दो छोड़े उक़्बा की बातें

इस दुनिया में क्या रक्खा है इस दुनिया में क्या होगा

तुम भी 'मजाज़' इंसान हो आख़िर लाख छुपाओ इश्क़ अपना

ये भेद मगर खुल जाएगा ये राज़ मगर इफ़शा होगा

(816) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Shauq Ke Hathon Ai Dil-e-muztar Kya Hona Hai Kya Hoga In Hindi By Famous Poet Asrar-ul-Haq Majaz. Shauq Ke Hathon Ai Dil-e-muztar Kya Hona Hai Kya Hoga is written by Asrar-ul-Haq Majaz. Complete Poem Shauq Ke Hathon Ai Dil-e-muztar Kya Hona Hai Kya Hoga in Hindi by Asrar-ul-Haq Majaz. Download free Shauq Ke Hathon Ai Dil-e-muztar Kya Hona Hai Kya Hoga Poem for Youth in PDF. Shauq Ke Hathon Ai Dil-e-muztar Kya Hona Hai Kya Hoga is a Poem on Inspiration for young students. Share Shauq Ke Hathon Ai Dil-e-muztar Kya Hona Hai Kya Hoga with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.