Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_ddb2fd84636bc1309512ea31b4ca08a8, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
है मुअम्मा या कहानी इश्क़ है - असलम राशिद कविता - Darsaal

है मुअम्मा या कहानी इश्क़ है

है मुअम्मा या कहानी इश्क़ है

आइने से ख़ुद-कलामी इश्क़ है

हँसते हँसते रो पड़े फिर हंस दिए

क्या यही आदत पुरानी इश्क़ है

इक तमन्ना ने जगाया था जुनूँ

उस जुनूँ की पासबानी इश्क़ है

ज़िक्र उस का ना-मुकम्मल है मगर

ख़ामोशी की तर्जुमानी इश्क़ है

मौत के सब ज़ाविए पढ़ती हुई

हम सभी की ज़िंदगानी इश्क़ है

उस की जब शीरीं-बयानी को सुना

मान बैठे जावेदानी इश्क़ है

(751) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Hai Muamma Ya Kahani Ishq Hai In Hindi By Famous Poet Aslam Rashid. Hai Muamma Ya Kahani Ishq Hai is written by Aslam Rashid. Complete Poem Hai Muamma Ya Kahani Ishq Hai in Hindi by Aslam Rashid. Download free Hai Muamma Ya Kahani Ishq Hai Poem for Youth in PDF. Hai Muamma Ya Kahani Ishq Hai is a Poem on Inspiration for young students. Share Hai Muamma Ya Kahani Ishq Hai with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.