Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_d688581ca22baec94380d7dee7ac25be, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
एक नज़्म - असलम अंसारी कविता - Darsaal

एक नज़्म

हर-चंद है ज़ौक़-ए-कामरानी

हंगामा-ए-ज़िंदगी का बाइ'स

हर-चंद है आगही की ज़द में

ये हुस्न-ए-गुल-ओ-मह-ओ-सितारा

हर-चंद हर आरज़ू का धारा

गुम दश्त-ए-सराब में हुआ है

अंजाम-ए-अमल है सरगिरानी

इक अश्क-ए-अलम है ज़िंदगानी

लेकिन न रहे अगर जहाँ में

तकमील-ए-हुनर की कोई सूरत

दुनिया में कि बे-ख़याल साहिल

तूफ़ाँ है हयात की रवानी

मंज़िल तो नहीं है कोई मंज़िल

ताहम ये सफ़र का बर्ग-ओ-सामाँ

ये रंग-ए-निशात-ए-कार-दानी

हर गाम उमीद-ए-कामरानी

अर्बाब-ए-मुराद का सिला है

गर ये भी न हो तो और क्या है

(1267) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Ek Nazm In Hindi By Famous Poet Aslam Ansari. Ek Nazm is written by Aslam Ansari. Complete Poem Ek Nazm in Hindi by Aslam Ansari. Download free Ek Nazm Poem for Youth in PDF. Ek Nazm is a Poem on Inspiration for young students. Share Ek Nazm with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.