Love Poetry of Asima Tahir
नाम | आसिमा ताहिर |
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अंग्रेज़ी नाम | Asima Tahir |
ख़ुश्बू जैसी रात ने मेरा
डूबने की न तैरने की ख़बर
नज़्म
ज़ख़्म खा के भी मुस्कुराते हैं
ये सोचा ही नहीं था तिश्नगी में
सदियों को बेहाल किया था
किस के मातम में रो रही है रात
ख़ुद मैं धूनी रमाए बैठी हूँ
अपनी आँखें जो बंद कर देखूँ