Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_8c4c011416dd78f66b6bdc73d860d9de, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
सदियों से अजनबी - अासिफ़ शफ़ी कविता - Darsaal

सदियों से अजनबी

उस की क़ुर्बत में बीते सब लम्हे

मेरी यादों का एक सरमाया

ख़ुशबुओं से भरा बदन उस का

क़ाबिल-ए-दीद बाँकपन उस का

शो'ला-अफ़रोज़ हुस्न था उस का

दिलकशी का वो इक नमूना थी

मुझ से जब हम-कलाम होती थी

ख़्वाहिशों के चमन में हर जानिब

चाहतों के गुलाब खिलते थे

उस की क़ुर्बत में ऐसे लगता था

इक परी आसमाँ से उतरी हो

जब कभी मैं ये पूछता उस से

साथ मेरे चलोगी तुम कब तक

मुझ से क़स्में उठा के कहती थी

तू अगर मुझ से दूर हो जाए

एक पल भी न जी सकूँगी मैं

आज वो जब जुदा हुई मुझ से

उस ने तो अलविदा'अ भी न कहा

जैसे सदियों से अजनबी थे हम

(829) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Sadiyon Se Ajnabi In Hindi By Famous Poet Asif Shafi. Sadiyon Se Ajnabi is written by Asif Shafi. Complete Poem Sadiyon Se Ajnabi in Hindi by Asif Shafi. Download free Sadiyon Se Ajnabi Poem for Youth in PDF. Sadiyon Se Ajnabi is a Poem on Inspiration for young students. Share Sadiyon Se Ajnabi with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.