अशरफ़ रफ़ी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का अशरफ़ रफ़ी
नाम | अशरफ़ रफ़ी |
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अंग्रेज़ी नाम | Ashraf Rafi |
उतनी ही निगाहों की मिरी प्यास बढ़ी है
पर्दे मिरी निगाह के भी दरमियाँ न थे
हर एक रुख़ से मुझे लुत्फ़-ए-जुस्तुजू आए
अहद-ए-वफ़ा न याद दिलाएँ तो क्या करें
नाम | अशरफ़ रफ़ी |
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अंग्रेज़ी नाम | Ashraf Rafi |
उतनी ही निगाहों की मिरी प्यास बढ़ी है
पर्दे मिरी निगाह के भी दरमियाँ न थे
हर एक रुख़ से मुझे लुत्फ़-ए-जुस्तुजू आए
अहद-ए-वफ़ा न याद दिलाएँ तो क्या करें