बदल के देख लिए ज़ाविए उड़ानों के

बदल के देख लिए ज़ाविए उड़ानों के

ख़िरद से तय न हुए फ़ासले ज़मानों के

समुंदरों के तमव्वुज, नहंग, वुसअतें, ख़ौफ़

कहाँ पे हौसले टूटे हैं बादबानों के

फ़लक से रोज़ उतरते हैं रौशनी के ख़ुतूत

मगर न चमके मुक़द्दर ग़रीब-ख़ानों के

ख़िज़ाँ का ज़हर सरायत हुआ है रग रग में

गुलाब-चेहरे हुए ज़र्द गुल्सितानों के

तुलू-ए-सुब्ह के आसार उफ़ुक़ पे हैं शायद

चराग़ बुझने लगे हैं इताब-ख़ानों के

किरन का नेज़ा लिए हाथ में चलो 'अशरफ़'

हैं देव रास्ते में बर्फ़ की चटानों के

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Badal Ke Dekh Liye Zawiye UDanon Ke In Hindi By Famous Poet Ashraf Javed. Badal Ke Dekh Liye Zawiye UDanon Ke is written by Ashraf Javed. Complete Poem Badal Ke Dekh Liye Zawiye UDanon Ke in Hindi by Ashraf Javed. Download free Badal Ke Dekh Liye Zawiye UDanon Ke Poem for Youth in PDF. Badal Ke Dekh Liye Zawiye UDanon Ke is a Poem on Inspiration for young students. Share Badal Ke Dekh Liye Zawiye UDanon Ke with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.