Ghazals of Ashfaq Nasir
नाम | अशफ़ाक़ नासिर |
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अंग्रेज़ी नाम | Ashfaq Nasir |
ये लोग ढूँड रहे हैं यहाँ वहाँ मुझ को
याद रक्खेगा मिरा कौन फ़साना मिरे दोस्त
ताएरों की उड़ान में हम हैं
रंज जो दीदा-ए-नमनाक में देखा गया है
पीला था चाँद और शजर बे-लिबास थे
मैं सीखता रहा इक उम्र हाव-हू करना
दिल किसी ख़्वाहिश का उकसाया हुआ
अक्स को फूल बनाने में गुज़र जाती है
अजब तरह के कमाल करने भी आ गए हैं
अगर ख़ुशी में तुझे गुनगुनाते लगते हैं