ज़िंदगी करना वो मुश्किल फ़न है 'अशहर' हाशमी
ज़िंदगी करना वो मुश्किल फ़न है 'अशहर' हाशमी
जैसे कि चलना पड़े बिजली के नंगे तार पर
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जैसे कि चलना पड़े बिजली के नंगे तार पर
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