इस एक बात से गुलचीं का दिल धड़कता है
कि हम सबा से हदीस-ए-बहार कहते हैं
Jaun Eliya
Ahmad Faraz
Anwar Masood
Faiz Ahmad Faiz
Mohsin Naqvi
Javed Akhtar
Gulzar
Rahat Indori
Habib Jalib
Wasi Shah
Parveen Shakir
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गुलशन गुलशन शोला-ए-गुल की ज़ुल्फ़-ए-सबा की बात चली
जिसे कभी सर-ए-मिंबर न कह सका वाइज़
ग़ुबार सा है सर-ए-शाख़-सार कहते हैं
गुलशन गुलशन शो'ला-ए-गुल की ज़ुल्फ़-ए-सबा की बात चली