लोग मरते भी हैं जीते भी हैं बेताब भी हैं
लोग मरते भी हैं जीते भी हैं बेताब भी हैं
कौन सा सेहर तिरी चश्म-ए-इनायत में नहीं
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कौन सा सेहर तिरी चश्म-ए-इनायत में नहीं
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