फ़िक्र-ए-जहान दर्द-ए-मोहब्बत फ़िराक़-ए-यार
फ़िक्र-ए-जहान दर्द-ए-मोहब्बत फ़िराक़-ए-यार
क्या कहिए कितने ग़म हैं मिरी ज़िंदगी के साथ
(872) Peoples Rate This
फ़िक्र-ए-जहान दर्द-ए-मोहब्बत फ़िराक़-ए-यार
क्या कहिए कितने ग़म हैं मिरी ज़िंदगी के साथ
(872) Peoples Rate This