तकल्लुफ़ात की नज़्मों का सिलसिला है सिवा
तकल्लुफ़ात की नज़्मों का सिलसिला है सिवा
तअल्लुक़ात अब अफ़्साने होना चाहते हैं
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तअल्लुक़ात अब अफ़्साने होना चाहते हैं
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