Khawab Poetry of Asad Badayuni
नाम | असअ'द बदायुनी |
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अंग्रेज़ी नाम | Asad Badayuni |
जन्म की तारीख | 1952 |
मौत की तिथि | 2003 |
जन्म स्थान | Aligarh |
मेरी रुस्वाई के अस्बाब हैं मेरे अंदर
कभी मौज-ए-ख़्वाब में खो गया कभी थक के रेत पे सो गया
जिसे न मेरी उदासी का कुछ ख़याल आया
ये लोग ख़्वाब बहुत कर्बला के देखते हैं
सैल-ए-गिर्या का सीने से रिश्ता बहुत
सच बोल के बचने की रिवायत नहीं कोई
रास्ता कोई सफ़र कोई मसाफ़त कोई
मिरे लोग ख़ेमा-ए-सब्र में मिरे शहर गर्द-ए-मलाल में
मौसम-ए-हिज्र तो दाइम है न रुख़्सत होगा
जो अक्स-ए-यार तह-ए-आब देख सकते हैं
जिसे न मेरी उदासी का कुछ ख़याल आया
अजब दिन थे कि इन आँखों में कोई ख़्वाब रहता था
अभी ज़मीन को सौदा बहुत सरों का है