दिल की ज़िद इस लिए रख ली थी कि आ जाए क़रार
दिल की ज़िद इस लिए रख ली थी कि आ जाए क़रार
कल ये कुछ और कहेगा मुझे मालूम न था
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कल ये कुछ और कहेगा मुझे मालूम न था
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