Sad Poetry of Arshad Nayeem
नाम | अरशद नईम |
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अंग्रेज़ी नाम | Arshad Nayeem |
शाम ढलते ही दिल के आँगन से
मैं वुसअतों से बिछड़ के तन्हा न जी सकूँगा
जो बुझ गए थे चराग़ फिर से जला रहा है
नाम | अरशद नईम |
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अंग्रेज़ी नाम | Arshad Nayeem |
शाम ढलते ही दिल के आँगन से
मैं वुसअतों से बिछड़ के तन्हा न जी सकूँगा
जो बुझ गए थे चराग़ फिर से जला रहा है