Khawab Poetry of Arshad Jamal 'Sarim'
नाम | अरशद जमाल 'सारिम' |
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अंग्रेज़ी नाम | Arshad Jamal 'Sarim' |
कविताएं
Ghazal 15
Couplets 15
Love 14
Sad 12
Heart Broken 16
Hope 8
Social 1
बारिश 2
ख्वाब 3
Sharab 2
जाने किस रुत में खिलेंगे यहाँ ताबीर के फूल
प्यास हर ज़र्रा-ए-सहरा की बुझाई गई है
नित-नए नक़्श से बातिन को सजाता हुआ मैं