Sharab Poetry of Arsh Sahbai
नाम | अर्श सहबाई |
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अंग्रेज़ी नाम | Arsh Sahbai |
नूर-अफ़शाँ है वो ज़ुल्मत में उजालों की तरह
मस्ती-ए-बादा-ए-गुलफ़ाम से वाबस्ता रही
हंगामा-हा-ए-बादा-ओ-पैमाना देख कर
दिल-ए-बेताब को बहलाने चले आए हैं
नाम | अर्श सहबाई |
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अंग्रेज़ी नाम | Arsh Sahbai |
नूर-अफ़शाँ है वो ज़ुल्मत में उजालों की तरह
मस्ती-ए-बादा-ए-गुलफ़ाम से वाबस्ता रही
हंगामा-हा-ए-बादा-ओ-पैमाना देख कर
दिल-ए-बेताब को बहलाने चले आए हैं