Khawab Poetry of Arman Najmi

Khawab Poetry of Arman Najmi
नामअरमान नज्मी
अंग्रेज़ी नामArman Najmi

'अरमाँ' बस एक लज़्ज़त-ए-इज़हार के सिवा

हिना-रंग हाथों में

पिछली रफ़ाक़तों का न इतना मलाल कर

निगाह-ए-तिश्ना से हैरत का बाब देखते हैं

कभी तो आ के मिलो मेरा हाल तो पूछो

घनी आबादियों की बे-अमानी का तमाशा कर

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