Heart Broken Poetry of Arif Shafiq
नाम | आरिफ़ शफ़ीक़ |
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अंग्रेज़ी नाम | Arif Shafiq |
जन्म की तारीख | 1956 |
कैसा मातम कैसा रोना मिट्टी का
ग़रीब-ए-शहर तो फ़ाक़े से मर गया 'आरिफ़'
तू ज़मीं पर है कहकशाँ जैसा
कैसा मातम कैसा रोना मिट्टी का
जो अपनी ख़्वाहिशों में तू ने कुछ कमी कर ली
जब भी दुश्मन बन के इस ने वार किया
हमें नज़दीक कब दिल की मोहब्बत खींच लाती है
घर से चीख़ें उठ रही थीं और मैं जागा न था
दोज़ख़ भी क्या गुमान है जन्नत भी है फ़रेब
बादबाँ को गिला हवाओं से
अंधे अदम वजूद के गिर्दाब से निकल