Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_61b46bf96ee3d59281000b567b54cf74, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
दिल टूटा तो क्या से क्या नुक़सान हुआ - आरिफ़ इशतियाक़ कविता - Darsaal

दिल टूटा तो क्या से क्या नुक़सान हुआ

दिल टूटा तो क्या से क्या नुक़सान हुआ

यक-दम मुझ में नाज़िल इक शैतान हुआ

ये फ़ितरत है और फ़ितरत का मतलब है

जिस ने पहले मारा वो भगवान हुआ

सच बोला था मैं ने तुम ने झूट सुना

मुझ पे तुम और मैं तुम पे हैरान हुआ

बैअ'त नहीं की हम ने ऊँचे नामों की

पर जो लिक्खा सब का सब फ़रमान हुआ

भीड़ लगी थी रंग-बिरंगे नामों की

फिर मेरी बे-रंगी का एलान हुआ

(1737) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Dil TuTa To Kya Se Kya Nuqsan Hua In Hindi By Famous Poet Arif Ishtiaque. Dil TuTa To Kya Se Kya Nuqsan Hua is written by Arif Ishtiaque. Complete Poem Dil TuTa To Kya Se Kya Nuqsan Hua in Hindi by Arif Ishtiaque. Download free Dil TuTa To Kya Se Kya Nuqsan Hua Poem for Youth in PDF. Dil TuTa To Kya Se Kya Nuqsan Hua is a Poem on Inspiration for young students. Share Dil TuTa To Kya Se Kya Nuqsan Hua with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.