Love Poetry of Anwari Jahan Begum Hijab

Love Poetry of Anwari Jahan Begum Hijab
नामअनवरी जहाँ बेगम हिजाब
अंग्रेज़ी नामAnwari Jahan Begum Hijab

सारे कुश्तों से जुदा ढंग इज़्तिराब-ए-दिल का है

मज़ा देता है याद आ कर तिरा बिस्मिल बना देना

खींच कर तलवार जब तर्क-ए-सितमगर रह गया

कहाँ मुमकिन है पोशीदा ग़म-ए-दिल का असर होना

इश्क़ पर दाना नहीं मोहताज-ए-तहरीक-ए-जमाल

आना भी आने वाले का अफ़्साना हो गया

अनवरी जहाँ बेगम हिजाब Love Poetry in Hindi - Read famous Love Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by अनवरी जहाँ बेगम हिजाब. Largest collection of Love Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by अनवरी जहाँ बेगम हिजाब. Share the अनवरी जहाँ बेगम हिजाब Love Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.