ये तन्हाई ये उज़्लत ऐ दिल ऐ दिल

ये तन्हाई ये उज़्लत ऐ दिल ऐ दिल

जवानी में ये हालत ऐ दिल ऐ दिल

नगर होता तो कोई बात भी थी

बयाबाँ में ये वहशत ऐ दिल ऐ दिल

भला क्या इस भरी दुनिया में तन्हा

वही है ख़ूबसूरत ऐ दिल ऐ दिल

किसे होती नहीं उस की ज़रूरत

मगर इतनी ज़रूरत ऐ दिल ऐ दिल

ज़माना चाहिए दिल जीतने को

ये बे-ताबी ये उजलत ऐ दिल ऐ दिल

ये आँसू हैं कोई मोती नहीं हैं

लुटाते हैं ये दौलत ऐ दिल ऐ दिल

'शुऊर' आया हुआ बैठा है कब से

ये बे-होशी ये ग़फ़लत ऐ दिल ऐ दिल

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