Hope Poetry of Anwar Sabri
नाम | अनवर साबरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Anwar Sabri |
जन्म की तारीख | 1896 |
मौत की तिथि | 1985 |
जन्म स्थान | Delhi |
ज़ुल्मतों में रौशनी की जुस्तुजू करते रहो
ज़िंदगी के हसीं बहाने से
वक़्त जब करवटें बदलता है
उम्र गुज़री है इल्तिजा करते
तसव्वुर के सहारे यूँ शब-ए-ग़म ख़त्म की मैं ने
शब-ए-फ़िराक़ की ज़ुल्मत है ना-गवार मुझे
रहते हुए क़रीब जुदा हो गए हो तुम
लब पे काँटों के है फ़रियाद-ओ-बुका मेरे बाद
हर साँस में ख़ुद अपने न होने का गुमाँ था
दौर-ए-हाज़िर हो गया है इस क़दर कम-आश्ना
अता-ए-ग़म पे भी ख़ुश हूँ मिरी ख़ुशी क्या है