भारी पेड़ों-तले
कश्ती अंदर
घूर समुंदर
लहर लहर लहराए
पोरों अंदर
नीला अम्बर
घुमर घुमर चकराए
जिस को देखूँ
डूबता जाए
लौट के फिर नहीं आए
गुम हो जाए
कोई नहीं पाए
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कश्ती अंदर
घूर समुंदर
लहर लहर लहराए
पोरों अंदर
नीला अम्बर
घुमर घुमर चकराए
जिस को देखूँ
डूबता जाए
लौट के फिर नहीं आए
गुम हो जाए
कोई नहीं पाए
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