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अंजुम सलीमी Couplets In Hindi - Best अंजुम सलीमी Couplets Shayari & Poems - Darsaal

Coupletss of Anjum Saleemi

Coupletss of Anjum Saleemi
नामअंजुम सलीमी
अंग्रेज़ी नामAnjum Saleemi
जन्म की तारीख1963
जन्म स्थानFaislabad

ज़मीन हाँपने लगती है इक जगह रुक कर

ये मोहब्बत का जो अम्बार पड़ा है मुझ में

ये भी आग़ाज़-ए-मोहब्बत में बहुत है मुझ को

वो इक दिन जाने किस को याद कर के

उठाए फिरता रहा मैं बहुत मोहब्बत को

उस ख़ुदा की तलाश है 'अंजुम'

उदासी खींच लाई है यहाँ तक

तुम अकेले में मिले ही नहीं वर्ना तुम को

तुझ से ये कैसा तअल्लुक़ है जिसे जब चाहूँ

तू मिरे सब्र का अंदाज़ा लगा सकता है

ठीक से याद भी नहीं अब तो

तेरे अंदर की उदासी के मुशाबह हूँ मैं

शब-ए-जमाल सलामत रहें तिरे परी-ज़ाद

साथ बारिश में लिए फिरते हो उस को 'अंजुम'

सभी दरवाज़े खुले हैं मिरी तन्हाई के

रौशनी भी नहीं हवा भी नहीं

पुराना ज़हर नए नाम से मिला है मुझे

पत्थर में कौन जोंक लगाएगा मेरे दोस्त

मुझ से ख़ाली है मेरा आईना

मुझे पता है कि बर्बाद हो चुका हूँ मैं

मिट के आसूदा हो गया हूँ मैं

मेरी मिट्टी से बहुत ख़ुश हैं मिरे कूज़ा-गर

मेरे चेहरे पे हैं आँखें मिरे सीने में है दिल

माज़रत रौंदे हुए फूलों से कर लूँ तो चलूँ

माँ की दुआ न बाप की शफ़क़त का साया है

मैं सब का सब मोहब्बत के लिए हूँ

मैं ख़ुद से मिल के कभी साफ़ साफ़ कह दूँगा

मैं जिस चराग़ से बैठा था लौ लगाए हुए

मैं एक एक तमन्ना से पूछ बैठा हूँ

मैं दिल-ए-गिरफ़्ता तुझे गुनगुनाता रहता हूँ

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