मौसम का आह-ओ-नाला से अंदाज़ा कीजिए

मौसम का आह-ओ-नाला से अंदाज़ा कीजिए

ताज़ा हवा पे बंद न दरवाज़ा कीजिए

या छेड़िए न मंज़र-ए-नादीदनी का ज़िक्र

या मिस्ल-ए-आफ़्ताब बहम ग़ाज़ा कीजिए

या लब पे लाइए न परेशानियों की बात

या जम्अ बैठ कर कभी शीराज़ा कीजिए

बहलाएँ दिल को ख़्वाब-ए-ख़ुश-आइंद से न क्यूँ

क्या फ़ाएदा कि ज़ख़्म-ए-कुहन ताज़ा कीजिए

इस दौर में कि चेहरे ही 'अंजुम' हुए हैं मस्ख़

क्या ख़त्त-ओ-ख़ाल से तिरे अंदाज़ा कीजिए

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Mausam Ka Aah-o-nala Se Andaza Kijiye In Hindi By Famous Poet Anjum Rumani. Mausam Ka Aah-o-nala Se Andaza Kijiye is written by Anjum Rumani. Complete Poem Mausam Ka Aah-o-nala Se Andaza Kijiye in Hindi by Anjum Rumani. Download free Mausam Ka Aah-o-nala Se Andaza Kijiye Poem for Youth in PDF. Mausam Ka Aah-o-nala Se Andaza Kijiye is a Poem on Inspiration for young students. Share Mausam Ka Aah-o-nala Se Andaza Kijiye with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.