अंजुम रहबर कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का अंजुम रहबर
नाम | अंजुम रहबर |
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अंग्रेज़ी नाम | Anjum Rehbar |
जन्म की तारीख | 1962 |
जन्म स्थान | Bhopal |
ये किसी नाम का नहीं होता
वक़्त बर्बाद करती रहती हूँ
तिरी यादों को प्यार करती हूँ
साथ छूटे थे साथ छूटे हैं
मजबूरियों के नाम पे सब छोड़ना पड़ा
जंगल दिखाई देगा अगर ये यहाँ न हों
ग़म की उलझी हुई लकीरों में
अपनी आवारा-मिज़ाजी को नया नाम न दो
तुम को भुला रही थी कि तुम याद आ गए
तुझ को दुनिया के साथ चलना है
मिलना था इत्तिफ़ाक़ बिछड़ना नसीब था
माँ मुझे देख के नाराज़ न हो जाए कहीं
कुछ दिन से ज़िंदगी मुझे पहचानती नहीं
दफ़ना दिया गया मुझे चाँदी की क़ब्र में
दफ़ना दिया गया मुझे चाँदी की क़ब्र में
तुम को भुला रही थी कि तुम याद आ गए
रंग इस मौसम में भरना चाहिए
मिलना था इत्तिफ़ाक़ बिछड़ना नसीब था
कुछ दिन से ज़िंदगी मुझे पहचानती नहीं
जिन के आँगन में अमीरी का शजर लगता है
आग बहते हुए पानी में लगाने आई