Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_1466b7781c2039e1cbe5410db182f42b, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
बन गई नाज़ मोहब्बत तलब-ए-नाज़ के बा'द - अंजुम फ़ौक़ी बदायूनी कविता - Darsaal

बन गई नाज़ मोहब्बत तलब-ए-नाज़ के बा'द

बन गई नाज़ मोहब्बत तलब-ए-नाज़ के बा'द

और भी ऐसे कई राज़ हैं इस राज़ के बा'द

क़द्र क्या सोज़-ए-तजल्ली की सहर साज़ के बा'द

ठहर सकती नहीं शबनम मिरी पर्वाज़ के बा'द

अपनी मंज़िल तो बना लेते हैं दुनिया वाले

मैं कहाँ जाऊँ तिरी जल्वा-गह-ए-नाज़ के बा'द

मैं ही दुनिया की सदा बन के नहीं हूँ ख़ामोश

ख़ुद भी चुप हो गई दुनिया मिरी आवाज़ के बा'द

लोग आग़ाज़ से करते हैं तलाश-ए-अंजाम

मैं ने अंजाम न सोचा कभी आग़ाज़ के बा'द

मैं गुनहगार-ए-नशेमन हूँ न पाबंद-ए-क़फ़स

फ़ितरतन कुछ तो सुकूँ चाहिए पर्वाज़ के बा'द

इस मोहब्बत में है तौहीन-ए-मोहब्बत 'अंजुम'

वो अगर मुझ को पुकारें मिरी आवाज़ के बा'द

(1782) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Ban Gai Naz Mohabbat Talab-e-naz Ke Baad In Hindi By Famous Poet Anjum Fauqi Badayuni. Ban Gai Naz Mohabbat Talab-e-naz Ke Baad is written by Anjum Fauqi Badayuni. Complete Poem Ban Gai Naz Mohabbat Talab-e-naz Ke Baad in Hindi by Anjum Fauqi Badayuni. Download free Ban Gai Naz Mohabbat Talab-e-naz Ke Baad Poem for Youth in PDF. Ban Gai Naz Mohabbat Talab-e-naz Ke Baad is a Poem on Inspiration for young students. Share Ban Gai Naz Mohabbat Talab-e-naz Ke Baad with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.