क्या बर्बाद जिन को वो तमन्नाएँ तुम्हारी थीं
क्या बर्बाद जिन को वो तमन्नाएँ तुम्हारी थीं
न हसरत मेरी हसरत थी न अरमाँ मेरा अरमाँ था
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क्या बर्बाद जिन को वो तमन्नाएँ तुम्हारी थीं
न हसरत मेरी हसरत थी न अरमाँ मेरा अरमाँ था
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