नज़्म
अस्पताल से बाहर
बाहर
काली काली चट्टानें
साहिल से सर पटकती मौजें
ऊपर काले काले बादल
अस्पताल के अंदर
सुथरी सुथरी
पाक-साफ़ बिस्तर की चादर
तकिया बे-हद नर्म
हमदर्दों के मीठे बोल
और फिर.... सन्नाटा
करवट करवट दर्द के नश्तर!
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अस्पताल से बाहर
बाहर
काली काली चट्टानें
साहिल से सर पटकती मौजें
ऊपर काले काले बादल
अस्पताल के अंदर
सुथरी सुथरी
पाक-साफ़ बिस्तर की चादर
तकिया बे-हद नर्म
हमदर्दों के मीठे बोल
और फिर.... सन्नाटा
करवट करवट दर्द के नश्तर!
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